हेल्दी रहने के लिए ज़रूरी है हाइजीन


हाइजीन का अर्थ है स्वस्थ रहने का तरीका। यह न केवल शारीरिक, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी ज़रूरी है, क्योंकि इसका सीधा असर आपके मन-मस्तिष्क पर पड़ता है। इसकी अनदेखी से जहां एक ओर आपको शारीरिक परेशानियां हो सकती हैं, वहीं दूसरी ओर आप किसी संक्रामक बीमारी की चपेट में भी आ सकते हैं। कुछ बेसिक हाइजीन की बातों को ध्यान में रखकर आप अपने साथ-साथ अपनों की भी सेहत का ख़्याल रख सकते हैं।


बेसिक पर्सनल हाइजीन हैबिट्स : पर्सनल हाइजीन का ध्यान रखकर हम ख़ुद के साथ-साथ दूसरों को भी बीमार होने से बचा सकते हैं। अच्छी सेहत के लिए हर रोज़ सुबह से शाम तक काम आनेवाली अपनी सभी हाइजीनिक एक्टीविटीज़ पूरी ईमानदारी से निभाएं।
हेयर हाइजीन 

  • सिर से पांव तक स्टाइलिश दिखने के लिए हमें पूरे शरीर की साफ़-सफ़ाई का ध्यान रखना चाहिए, पर अक्सर लोग बालों को अनदेखा ही कर देते हैं।
  • बालों को हफ़्ते में दो बार अच्छे शैंपू से धोएं। साबुन का इस्तेमाल न करें, क्योंकि इसमें मौजूद सोडियम बाईकार्बोनेट बालों को नुक़सान पहुंचाता है।
  • चाहें तो ड्रायर से बालों को सुखा लें, पर ऐसा हमेशा न करें। रेग्युलर इस्तेमाल से ड्रायर आपके बालों के जड़ों के फॉलिकल्स को डैमेज कर देता है।
  • हफ़्ते में एक बार अच्छी तरह बालों में तेल लगाएं। नारियल तेल में मौजूद पोषक तत्वों के कारण यह बालों के लिए बेस्ट हेयर ऑयल माना जाता है।
  • स्किन हाइजीन
  • हर व्यक्ति को पूरे दिन पसीना आता है, भले ही किसी को कम, तो किसी को ज़्यादा। पसीना सूखने के बाद भी हमारे शरीर पर जर्म्स रह जाते हैं, जिन्हें हमें तुरंत साफ़ करना चाहिए, वरना इंफेक्शन या एलर्जी हो सकती है।
  • त्वचा को साफ़-सुथरा रखने के लिए साबुन और पानी से बेहतर क्या हो सकता है। रोज़ाना एक या दो बार ज़रूर नहाएं।
  • नहाने के लिए एंटी-बैक्टीरियल सोप का इस्तेमाल करें और पानी में एंटी सेप्टिक लिक्विड की कुछ बूंदें ज़रूर मिलाएं।
  • अपने टॉवेल, सोप, रेज़र, मेकअप आदि दूसरों से कभी शेयर न करें।
  • स्किन को नरम-मुलायम व मॉइश्‍चराइज़ रखने के लिए अच्छी क्वालिटी का मॉइश्‍चराइज़र इस्तेमाल करें।
  • रोज़ाना धुले हुए साफ़-सुथरे कपड़े पहनें।
  • ओरल हाइजीन
  • ओरल केयर हाइजीन का एक अहम् हिस्सा है। अगर इसका ध्यान न रखा गया, तो सांसों की बदबू, दांतों में कैविटीज़ और मसूड़ों में तकलीफ़ हो सकती है।
  • रोज़ाना दो बार ब्रश करना बहुत ज़रूरी है, पर इसी के साथ जब भी कुछ खाएं, मुंह ज़रूर साफ़ करें, ताकि खाना मुंह में अटका न रहे।
  • जिग-जैग ब्रिस्लस वाला ब्रश, फ्लॉस, टंग क्लीनर और माउथवॉश का सही इस्तेमाल करें। अक्सर लोग एक करते हैं, दूसरा नहीं जिससे कंप्लीट ओरल केयर नहीं हो पाता।
  • ब्रश को कभी गीला न रखें, वरना उसमें जर्म्स होने लगते हैं।
  • किसी और के साथ ब्रश या टंग क्लीनर शेयर न करें।
  • हैंड हाइजीन
  • दिनभर में हमारे हाथ न जाने बैक्टीरिया व जर्म्स वाली कितनी चीज़ें छूतें हैं, जिससे कोल्ड और गैस्ट्रो जैसे इंफेक्शन्स हो जाते हैं। इसलिए हैंड केयर का ख़ास ख़्याल रखें। हाथ धोना कितना महत्वपूर्ण है, इसका अंदाज़ा इसी बात से लगाया जा सकता है कि हर साल 15 अक्टूबर को ग्लोबल हैंड वॉशिंग डे मनाया जाता है।
  • शौच के बाद, कुछ भी खाने के पहले और बाद में और बाहर से आने के बाद हाथों को अच्छी तरह किसी एंटी बैक्टीरियल हैंड सोप से धोएं।
  • बहुत से लोग ध्यान नहीं देते और खांसते-छींकते समय न रुमाल का इस्तेमाल करते हैं और न ही उसके बाद हाथ धोते हैं। उसी हाथ से खाने और दूसरों से हाथ मिलाने पर जर्म्स तेज़ी से फैलते हैं। इस बात का हमेशा ध्यान रखें।
  • हाथों में चिपके जर्म्स और बैक्टीरिया मुंह के ज़रिए पेट में चले जाते हैं, जिससे एलर्जी, कोल्ड, गैस्ट्रो आदि की समस्या हो जाती है।
  • हमेशा हैंड सैनेटाइज़र अपने साथ रखें, ताकि कभी भी कहीं भी हाथों को सैनेटाइज़ कर सकें।
  • फीट हाइजीन
  • अक्सर लोग पैरों की साफ़-सफ़ाई पर ध्यान ही नहीं देते, जबकि अच्छी सेहत के लिए पैर व पैर के तलवों की सफ़ाई महत्वपूर्ण है।

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